The Greatest Guide To sidh kunjika
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति प्रथमोऽध्यायः
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति एकादशोऽध्यायः
धां धीं धूं धूर्जटेः पत्नी वां वीं वूं वागधीश्वरी ।
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति त्रयोदशोऽध्यायः
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति दशमोऽध्यायः
क्लींकारी कामरूपिण्यै बीजरूपे नमोऽस्तु ते।
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति चतुर्थोऽध्यायः
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति तृतीयोऽध्यायः
सरसों के तेल का दीपक है तो बाईं ओर रखें. पूर्व दिशा की ओर मुख करके कुश के आसन पर बैठें.
It holds the power to deliver enlightenment in the contrasting Electricity of Shiva and Shakti and offers adequate energy to experience both energies concurrently, which, subsequently, can help you recognize your personal energy.
धां धीं धूं धूर्जटेः पत्नी वां वीं वूं वागधीश्वरी ।
येन मन्त्र प्रभावेण, चण्डी जापः शुभो भवेत।।
दकारादि दुर्गा अष्टोत्तर शत नामावलि
ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे ज्वल more info हं सं लं क्षं फट् स्वाहा।